जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाए
श्याम एक दिन हँसकर बोले
सुनो राधिका प्यारी,
आज बताओ, मै सुन्दर या
तुम अति सुन्दर नारी ?
असमंजस में पड़ी राधिका
कौन अधिक रुचिकारी
दिन जैसी सफेद उजली मैं
श्याम रात अंधियारी ।
मैं गोरी माखन सी कोमल
श्याम सुरतिया कारी,
पर कैसे कह दूँ मैं प्रियतम
कारी सुरत तिहारी ।।
हंसकर बोली जगतसुन्दरी
सुनो बात बनवारी,
मैं कच्चे फल सी सफेद
तुम पकी जमुनिया प्यारी ।
सुन राधा की चातुर बतियां
मगन हुए त्रिपुरारी,
बोले सुन बृजभान दुलारी
तुम अति सुंदर नारी ।।
तुम ही जगत सुंदरी माया
तुम त्रिलोक में न्यारी,
जिस जिह्वा पर नाम तेरा
वो मुझे है सबसे प्यारी ।।
श्री राधे राधे 🙏🙏